अप्रैल मई व जून माह की फीस माफ करने की मांग को लेकर हुआ कुटुम्ब सत्याग्रह।
अभिभावकों का मिला व्यापक समर्थन।
निजी विद्यालय सन्चालको की मनमानी के विरुद्ध चलाया जाएगा अभियान।
बदायूँ|भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के तत्वावधान में लाकडाउन की अवधि की फीस माफ करने की मांग को लेकर कुटुम्ब सत्याग्रह किया गया तथा राष्ट्र राग " रघुपति राघव राजाराम .........का कीर्तन किया गया। सत्याग्रह के पश्चात ईमेल व ट्विटर के माध्यम से प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को मांगपत्र प्रेषित किए गए। जनसुनवाई पोर्टल और माई ग्रीवांस पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कराई गई।
उल्लेखनीय है कि लाकडाउन की अवधि में निजी विद्यालयों विशेषकर सी बी एस ई पैटर्न के विद्यालय सन्चालको द्वारा अभिभावकों पर अप्रैल मई व जून माह की फीस जमा करने हेतु दबाव बनाया जा रहा है।पाल्य की हानि के भय से अभिभावक विरोध नहीं कर पा रहे हैं।इस कारण भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के सहयोगियों द्वारा 15 मई 2020 को दिन में ग्यारह बजे से एक बजे तक कुटुम्ब सत्याग्रह किया गया इस सत्याग्रह में जनपद के एक हजार से अधिक परिवार सम्मिलित हुए। अभिभावकों का भी बड़ी संख्या में समर्थन प्राप्त हुआ किन्तु भयवश वे खुलकर सत्याग्रह में भागीदारी नहीं कर सके। कुछ निजी विद्यालय सन्चालको का विरोध भी झेलना पड़ा।
इस अवसर पर भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के मुख्य प्रवर्तक हरि प्रताप सिंह राठोड़ एडवोकेट ने कहा कि निजी विद्यालय सन्चालक मां सरस्वती के मन्दिर को व्यवसाय का रूप न दे। शिक्षा का क्षेत्र सेवा का क्षेत्र है। उच्च आदर्श स्थापित करते हुए उन्हें स्वप्रेरणा से तीन माह का शुल्क माफ करना चाहिए। पुस्तकों,यूनीफार्म व अन्य अनावश्यक गतिविधियों के नाम पर अभिभावकों का आर्थिक शोषण करने की पृवृत्ति का त्याग करना चाहिए।
श्री राठोड़ ने कहा कि आज हमने कुटुम्ब सत्याग्रह करके अभिभावकों के हित में आवाज उठाई है। भविष्य में हम निजी विद्यालय सन्चालको की मनमानी के विरुद्ध वृहद स्तर पर अभियान चलायेंगे।
कुटुम्ब सत्याग्रह में प्रमुख रूप से डॉ शैलेन्द्र कुमार सिंह, डाल भगवान सिंह,एम एल गुप्ता,शमसुल हसन, रामगोपाल, एम एच कादरी, अखिलेश सिंह, असद अहमद,नारद सिंह,अभय माहेश्वरी,आर्येन्द्र पाल सिंह, अखिलेश सोलंकी,भानुप्रताप सिंह,सी एल वर्मा, वेदपाल सिंह, राम-लखन, महेश चंद्र, वीरपाल, अरविंद कुमार, विपिन कुमार सिंह, सतेन्द्र सिंह आदि की प्रमुख रूप से भागीदारी रही।