कार्रवाई से बचने के लिए पत्रकार के खिलाफ दी झूठी तहरीर

कार्रवाई से बचने के लिए पत्रकार के खिलाफ दी झूठी तहरीर



बगरैन। प्रदेश की योगी सरकार पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर आश्वासन दे चुकी है। लेकिन प्रदेश में पत्रकार सुरक्षित नहीं है माफियाओं द्वारा उनकी आवाज को दबाया जाता रहा है। षड्यंत्र के तहत झूठे मामलों में फंसा दिया जाता है। ऐसा ही मामला बदायूं में सामने आया निष्पक्ष पत्रकार की आवाज को दबाने के लिए माफियाओं, दलाओं द्वारा तमाम तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। मामला कस्बा बगरेन का है बुधवार को कस्बे के मेन चौराहे पर लॉक डाउन के चलते पुलिस मुस्तैद थी। वही गांव नवादा निवासी राशन कोटेदार पति गरीबों का राशन लेकर घर लौट रहा था। इसी बीच चौकी इंचार्ज सतवीर सिंह ने उसे रोक लिया और उसके साथ मारपीट कर दी। जिसकी खबर कई अखबारों व चैनल पर प्रकाशित भी हुई थी उक्त खबर को जय सिंह पत्रकार ने भी प्रमुखता से प्रकाशित किया था। खबर से बौखलाए चौकी इंचार्ज ने अपने निकट के राशिद खान से पत्रकार को धमकी दिलवाना शुरू कर दी। जोकि दबंग, हेकड एवं झगड़ालू किस्म का व्यक्ति है। पूरे मामले पर पत्रकार ने पुलिस के उच्चाधिकारियों से कार्रवाई की गुहार लगाई। जब इन लोगों को जानकारी हुई इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए तहरीर दे दी गई है और कार्रवाई होना तय है। तो इन्होंने अपना बचाव करने के उद्देश्य से षड्यंत्र रचते हुए पत्रकार के खिलाफ झूठी तहरीर दे दी है। पत्रकार के खिलाफ दी गई तहरीर में लगाए गए आरोप बेबुनियाद और निराधार हैं। यह षड्यंत्र इनके द्वारा अपने बचाव के लिए रचा जा रहा है। यही नहीं यह लोग पुलिस से तालमेल बनाकर अपने गोरखधंधे बखूबी चलाते हैं जिसकी क्षेत्र में भी व्यापक चर्चाएं रहती हैं। पत्रकार के खिलाफ दी गई झूठी तहरीर से जिले के समस्त पत्रकारों में रोष व्याप्त है वहीं दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।